रविवार, 20 सितंबर 2020

सच्ची दौलत क्या है?बिल गेट्स चक फ़ीनी Best motivational thoughts

 अगर आपको लोगों को बताना पड़े कि

आप अमीर है, तो आप नहीं है. 

दौलतमंद होने का क्या मतलब है - मेरा मतलब है सचमुच दौलतमंद होने का|

एक बात तो तय है :दौलत का मतलब अलग अलग लोंगो के लिए अलग अलग होता है.

मेरे लिए दौलत का मतलब यह नहीं है कि मैं मनचाही चीजें खरीद सकूँ, हालांकि यह फायदा भी कुछ कम नहीं है. मेरे लिए सच्ची दौलत का मतलब है पूरी स्वतंत्रता |

दौलत की मेरी निजी परिभाषा यह है - और मेरे विचार से इसमें दौलत के सबसे बड़े फायदे शामिल हैं :


दौलत का मतलब इतना पैसा और समय होना है, 

ताकि आप जो चाहें, जब चाहें, कर सकें |

क्या आपको लगता है कि अरबपति बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सी ई ओ पद पर इस लिए काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें करना ही पड़ेगा..... या फिर इसलिए, क्योंकि वे इसे  करना चाहते हैं? 

 मेरे हिसाब से यह कहना तार्किक है कि बिल गेट्स के पास इतना पैसा और समय है कि वे जो चाहें, जब चाहे, कर सकते हैं. कारण यह है कि बिल गेट्स ने आमदनी नहीं कमाई है, उन्होंने तो सच्ची दौलत बनाई है. संक्षेप में, सच्ची दौलत का मतलब है स्वतंत्रता |

दौलत का मतलब है चुनने की स्वतंत्रता 

चक फ़ीनी भी आर्थिक दृष्टि से bil gets के समूह में ही है.

दुनियाभर के हवाई अड्डों में सैकड़ों ड्यूटी - फ्री दुकानों के संस्थापक फ़ीनी के पास अरबों डॉलर की संपत्ति है. यह ज्यादा सटीकता से कहें तो उनके पास अरबों डॉलर की संपत्ति थी. 1984 में फ़ीनी ने अपनी 3.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति का 99.5 फीसदी हिस्सा एक परोपकारी संस्था को दान कर दिया. आज वे दुनियाभर में समाज सेवा करने की खातिर अपना पैसा और समय दान कर रहे हैं |बिल गेट्स और चक फ़ीनी दोनों ही यह बात अच्छी तरह समझते हैं कि सच्ची दौलत का मतलब होता है : यह चुनने की पूरी स्वतंत्रता कि आप अपना समय...और पैसा कैसे खर्च करें. 


बिल गेट्स ज्यादा दौलत बनाने में समय खर्च करने का विकल्प चुन रहे हैं, जबकि फ़ीनी अपनी संपत्ति दान करने में अपना समय लगा रहे हैं. दोनों में साझी बात है सच्ची दौलत, जिसकी वजह से ये दोनों बिलकुल अलग - अलग चुनाव कर पाए |

अपना समय समझदारी से खर्च करें 

ज्यादातर लोग सोचते हैं कि सच्ची दौलत का मतलब है ढेर सारा पैसा, जिससे आप भौतिक वस्तुएं खरीद सकें. बहरहाल, सबसे समझदार लोग हैं कि सच्ची दौलत का मतलब ज्यादा चीजें खरीदने में समझ होना ही नहीं है. इसका असल मतलब है  अपनी  मनचाही चीजें करने के लिए ज्यादा समय होना चाहिए |

इस बारे में सोचें |जब आप बुढ़ापे में किसी नर्सिंग होम के सामने वाले पोर्च में बैठ कर अपनी गुज़री हुई जिंदगी के बारे में सोचेंगे, तो आपको किस बात का ज्यादा अफसोस होगा - महँगा घर न खरीद पाने का?... या अपने बच्चों के बचपन में उनके साथ ज्यादा वक़्त न गुजार पाने का? 
आपको किस बात का ज्यादा अफसोस होगा ऑफिस में प्रमोशन पाने के लिए चौबीसों घंटे काम न करने का?... या अपने माता पिता और दोस्तों के साथ ज्यादा समय न बिता पाने का, जब उन्हें आपकी जरूरत थी? समय हमारी सबसे क़ीमती वस्तु है. इसका मोल सोने - चांदी से भी बहुत ज्यादा है, क्योंकि एक बार जब यह चला जाता है, तो आप इसे दोबारा कभी नहीं पा सकते हैं. अगर आपकी कार बर्बाद हो जाती है, तो आप हमेशा दूसरी कार खरीद सकते हैं. अगर आपकी नौकरी छूट जाती है, तो आपको हमेशा दूसरी नौकरी मिल सकती है. अगर किसी बुरे निवेश में आपका पैसा डूब जाता है तो आप हमेशा ज्यादा पैसे कमा सकते हैं. लेकिन आप कभी भी, किसी भी सूरत में वह समय दोबारा नहीं पा सकते, जिसे आपने बर्बाद कर दिया है या गवा दिया है. 
क्या आप ऐसा कर सकते हैं? हरगिज नहीं. एक बार जब यह चला जाता है, तो हमेशा - हमेशा के लिए चला जाता है |


एक पल का समय बर्बाद करने से कहीं बेहतर है कि आप अपनी सारी संपत्ति किसी गहरे कुएं में फेंक दे |इसीलिये मैं कहता हूँ कि सच्ची दौलत का मतलब इतना पैसा और  समय होना है, 
ताकि आप जो चाहें, जब चाहे, कर सकें. निःसंदेह सच्ची दौलत का सबसे बड़ा फायदा यह चुनने की स्वतंत्रता है कि आप अपना समय कैसे खर्च करें |


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